कल यानि रविवार ३१ अक्टूबर,२००४ के दिन कुवैत मे दिन के १ बजे, पूरे देश की बत्ती गुल हो गयी, मेरे मित्र जो भारत मे रहते है, पूछेंगे, तो इसमे कौन सी बड़ी बात है, ये तो भारत मे हर रोज होता रहता है, भइया इन्डिया मे तो यह बहुत सामान्य बात है, लेकिन कुवैत मे यह असमान्य है, क्योकि लगभग तेरह या चौदह साल बात यहाँ बत्ती गयी है. तो अब है ना असामान्य बात
यह समस्या किसी तकनीकी खराबी के कारण आयी थी, जिसे लगभग शाम तक ठीक कर लिया गया, अब बिजली वापस आ गयी है.बिजली के जाते ही लोगो ने अपने अपने मोबाइल से फोन करने शुरू कर दिये जिससे ओवरलोड हुआ और मोबाइल सेवा भी लगभग ठप्प पड़ गयी, लोगो को आशंका हुई तो दौड़े अपनी अपनी गाड़ी उठा कर घर की तरफ. अब जब बत्ती ही नही तो सड़क पर ट्रेफिक लाइट कहाँ से चलेगी, हर तरफ अफरतफरी का माहौल था, आप खुद ही देख लीजिये.....
वैसे भी ट्रेफिक वाला पुलिसमैन जैसा बन्दा तो यहाँ नही होता, सो लग गया घन्टो जाम सड़क पर, लेकिन भगवान का शुक्र है कि कोई दुर्घटना नही घटी, जैसे तैसे ट्रेफिक आगे बढा, और लोग अपने अपने घर पहुँचे, वहाँ भी बिजली नही, तो क्या करे, ये तो भला हो करवा चौथ के त्योहार का जो कुछ पूजा पाठ मे टाईम पास हुआ, वैसे जैसे ही पूजा वगैरहा खत्म हुई, बिजली लौट आयी, लेकिन बिजली के जाने ने सबको नानी तो याद करवा ही थी..... कैसे? अरे भइया आठ आठ मंजिल सीढियां जो चढनी उतरनी पड़ी लोगो को.
कुछ भी हो ३१ अक्टूबर का दिन कुवैत के इतिहास मे दर्ज हो ही गया.
Monday, November 01, 2004
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment